कलाकृतियों के संरक्षण के लिए कृतसंकल्प है बिहार संग्रहालय

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 11 मार्च को बिहार म्यूजियम, पटना द्वारा “हर महिला: कुछ खास” शीर्षक प्रदर्शनी आयोजित की गयी। इस प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर अंजनी कुमार सिंह, महानिदेशक, बिहार म्यूजियम के उद्गार यहाँ प्रस्तुत हैं। विदित हो कि बिहार म्यूजियम, पटना अपने निर्माण के बाद से ही देश-दुनिया में अपने कला संरक्षण के लिए चर्चित है। – मॉडरेटर

बिहार की अधिकांश लोक कलाएँ परम्परा से ही महिला केन्द्रित रही हैं। मिथिला पेंटिंग, सिक्की कला, सुजनी, कशीदाकारी, पेपरमेसी, टिकुली पेंटिंग और मंजूषा कला जैसी हस्तकलाओं को यहाँ की महिला कलाकारों ने न सिर्फ जीवित रखा है, वरन समय-समय पर उन्हें समृद्ध भी किया है। अपनी पारिवारिक जिम्मेवारियों को निभाते हुए भी मिथिला पेंटिंग में सात और पेपरमेसी शिल्प में एक महिला कलाकार ने कला के क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ सम्मान ’’पद्मश्री’’ हासिल कर एक ऐसी लकीर खींच दी है, जो एक मिसाल है। ये दूसरी लड़कियों और महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत हैं। इनके अतिरिक्त भी और कई महिला कलाकार हैं, जिन्होंने लोककला के अन्य क्षेत्रों में विलक्षण कार्य किया है। बिहार म्यूजियम द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 11 मार्च से 10 अप्रैल, 2023 तक आयोजित प्रदर्शनी “हर महिलाः कुछ खास’’ में इनमें से अधिकांश की कलाकृतियाँ प्रदर्शित हैं।

पद्मश्री सुभद्रा देवी से बातचीत करते माननीय मंत्री जीतेन्द्र कुमार राय एवं अंजनी कुमार सिंह

समकालीन कला के क्षेत्र में भी बिहार के महिला कलाकारों का हस्तक्षेप बढ़ा है और अब वे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। प्रदर्शनी में शामिल महिला कलाकारों की कृतियों में काफी विविधता है। अधिकांश ने आम जीवन से जुड़ी चीजों के साथ-साथ महिलाओं से जुड़ी संवेदनाओं को अपनी चित्रों का विषय बनाया है। संवेदना जैसे इनके रंगों और रेखाओं में जीवंत हो उठी है। उनकी कृतियों में प्रेम है, दुख है, विक्षोभ है ओर संघर्ष भी। आत्मअनुभूति और आत्मपीड़ा लिए हैं इनके चित्र। जबकि कुछेक कलाकारों के चित्र यह परिभाषित करा रहे हैं कि महिलाओं की दुनिया अब बहुत बदल गई है। उनके पास हौसला है, पंख है ओर आसमान भी। तात्पर्य यह है कि इस प्रदर्शनी में शामिल अधिकांश कलाकृतियाँ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लोक कला एवं समकालीन कला से जुड़ी महिला कलाकारों की इस तरह की प्रदर्शनी के आयोजन के पीछे हमारा यह उद्देश्य है कि बिहार म्यूजियम न सिर्फ उनकी कलाकृतियों के संरक्षण के लिए कृत संकल्प है, वरन उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए भी अग्रसर है। प्रदर्शनी में शामिल सभी महिला कलाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।

(अंजनी कुमार सिंह)
महानिदेशक,
बिहार संग्रहालय, पटना

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