पटना, 23 अप्रैल, 2025 I पटना स्थित कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स में चल रही “लोकपरंपरा का उत्सव” नाम से तीन दिवसीय राष्ट्रीय लोकचित्रकला प्रदर्शनी का समापन 20 अप्रैल को बड़े धूमधाम के साथ कई गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ I
ज्ञात हो कि 18 अप्रैल को इस प्रदर्शनी का उद्घाटन बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के माननीय मंत्री श्री मोतीलाल प्रसाद ने की थी I इस प्रदर्शनी में इन तीन दिनों में कई गण मान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिती दर्ज कराई I समापन कार्यक्रम में पद्मश्री शांति देवी सहित कई लोक कलाकार भी शामिल हुए I

प्रदर्शनी के आखिरी दिन भी कला प्रेमियों का तांता लगा रहा I इनमें पटना के अटल इनक्यूबेशन सेंटर के चेयरमैन विजय प्रकाश, महिला चरखा समिती की प्रेसीडेंट मृदुला प्रकाश, बापू टॉवर के डायरेक्टर विनय कुमार एवं वरिष्ठ प्रशासनिक नीलम चौधरी प्रमुख हैं I
अपने उद्बोधन में अटल इनक्यूबेशन सेंटर के चेयरमैन विजय प्रकाश ने कहा कि उन्होंने पटना में पहली बार ऐसी प्रदर्शनी देखी जहां भारत के 18 विभिन्न क्षेत्रों की लोक चित्रकला एक साथ देखने को मिला I उन्होंने आगे कहा कि ऐसी प्रदर्शनियाँ होनी चाहिए, जहाँ सभी आर्ट फॉर्म का फ्यूजन हो सके और सभी कलाकर एक दूसरे से सीख सकेंI
महिला चरखा समिती की प्रेसीडेंट मृदुला प्रकाश, जो स्वयं मिथिला आर्टिस्ट भी हैं और मिथिला आर्ट में पीचडी की है, उन्होंने कहा कि भारत के कई राज्यों से पेंटिंग्स आई हैं, यह बहुत प्रशंसनीय है I लोक कलाकारों को ऐसे प्लेटफ़ॉर्म की बहुत जरूरत है I पारंपरिक कलाएं लुप्त हो रही हैं, फोकार्टोपीडिया ने ऐसे कलाकारों को एक प्लेटफ़ॉर्म दिया है और इन कलाकारों को ऐसे और भी प्लेटफॉर्म मिलना चाहिए I
बापू टॉवर के डायरेक्टर विनय कुमार ने कहा कि फोकार्टोपीडिया का यह प्रयास बहुत प्रशंसनीय है| देश और विदेश के लोक कलाकारों के लिए यह एक अच्छा प्लेटफ़ॉर्म है I वरिष्ठ प्रशासनिक नीलम चौधरी ने कहा कि लोक कलाकृतियों का यह कलेक्शन बहुत सुंदर है I इस प्रदर्शनी को देखने के बाद मुझे कई नयी जानकारियां मिलीं I तीन दिवसीय चले इस उत्सव में पटना वुमन्स कॉलेज, उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान और विभिन्न जिलों के कलाकार एंव छात्रों ने देश के विभिन्न प्रांतों के कलाकारों की कलाकृतियों को जानने और समझने का प्रयास किया I
स्रोत : प्रेस विज्ञप्ति