“इथाका” – सपनों और संघर्षों की यात्रा

  देश की प्रतिष्ठित ललित कला अकादेमी, नई दिल्ली की रबीन्द्र भवन दीर्घा लगभग एक साल तक बंद रहने के बाद इस वर्ष कला प्रदर्शनियों …

“समकालीन भारतीय कला मेला – 2025” का लोगो जारी 

“समकालीन भारतीय कला मेला – 2025” यानी  ‘सी आई ए एफ-2025’ कल्पना और नवाचार के साथ-साथ कला की एक साझा भाषा विकसित करेगी। लखनऊ,13 जनवरी। …

पर्यटन, कला और सिनेमा में महिलाओं की भागीदारी और योगदान पर परिचर्चा

कला, साहित्य और संगीत के जलम महोत्सव के नौवें संस्करण के अन्तिम दिन संगोष्ठी, काव्य पाठ और अंतर्राष्ट्रीय श्याम ब्रास बैंड के भव्य प्रदर्शन के …

विशाखदत्त के संस्कृत नाटक “मुद्राराक्षसम” का हिंदी में सफल रूपांतरण और मंचन 

नई दिल्ली I  संस्कृत नाटकों में विशाखदत्त कृत “मुद्राराक्षसम” एक कठिन और संस्कृत नाट्यशिल्प से भिन्न और पूर्णतः राजनीतिक नाटक है। नाटक की कथाभूमि ऐतिहासिक …

“उत्कृष्ट लेखक भी थे कलाकार ए. रामचन्द्रन”

रामचंद्रन सिर्फ कलाकार ही नहीं वरन एक पूरा स्कूल थे -विनोद भारद्वाज जिसने भी मेरे गुरु ए. रामचंद्रन जी की डांट खाई वह एक उत्तम …

जलम फेस्टिवल में उमड़े कलाप्रेमी

रामचंद्रन के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर आधारित दो पुस्तकों का विमोचन।  देशभर से आए 240 कला विद्यार्थियों के द्वारा कला प्रदर्शन। समारोह में शामिल  25 …

ए.रामचंद्रन को समर्पित “जलम फेस्टिवल” का शुभारंभ

केरल के कोलम जिले में बनने वाले संग्रहालय में मूर्धन्य कलाकार ए रामचंद्रन द्वारा दान की गई 72 पेंटिंग्स को अवलोकनार्थ रखी जायेगी। इन कलाकृतियों …

पद्मश्री ब्रह्मदेव राम पंडित : भोरमबाग से भयंदर

दिनांक 21 दिसंबर, 2024 को बिहार संग्रहालय के सभागार में “पद्मश्री ब्रह्मदेव राम पंडित : भोरमबाग से भयंदर“ नामक पुस्तक का लोकार्पण हुआ। पुस्तक का …