छवियों का असर तो अवचेतन में रहता ही है : ईवा मलहोत्रा

जयन्त सिंह तोमर उन चंद लोगों में से आते हैं, जो कला, साहित्य, रंगमंच से लेकर सांस्कृतिक और सामाजिक दुनिया में रमे रहते हैं I …

“इथाका” – सपनों और संघर्षों की यात्रा

  देश की प्रतिष्ठित ललित कला अकादेमी, नई दिल्ली की रबीन्द्र भवन दीर्घा लगभग एक साल तक बंद रहने के बाद इस वर्ष कला प्रदर्शनियों …

बिहाइंड द पीपल : मनुष्य के अधिक निकट है अम्बर की कृतियाँ 

लखनऊ, 30 नवम्बर 2024 I “मैं गूंगा बनकर अभिनय नहीं कर सकता। मैं अपनी आंखों पर पट्टी बांधे धृतराष्ट्र को स्वीकार नहीं कर सकता हूँ; …

‘कोहबर: रूट टू रूट्स’ : घर-आँगन से निकल बाजार की तलाश 

पिछले दिनों  15 से 17 नवंबर तक बिहार ललित कला अकादमी आर्ट गैलरी ( बहुद्देशीय सांस्कृतिक परिसर ) में ‘कोहबर’ पर केंद्रित एक अनोखे समूह …

सौंदर्य को देखने की ‘ दृष्टि ‘

‘दृष्टि ‘ चार कलाकारों की सामूहिक प्रदर्शनी है जिसमें शामिल सभी कलाकार अपने दृष्टिकोण से समकालीन मुद्दों पर चित्रों के माध्यम से प्रकाश डाल रहे …