उत्तर प्रदेश की लोककलाओं के दस्तावेजीकरण की पहल

• एफओएपी और फोकार्टोपीडिया के बीच हुआ समझौता। • लोककला का दस्तावेजीकरण और डिजिटाइजेशन प्राथमिकता। • बनेगी उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति की डिजटल लाइब्रेरी। …

कोई भी मंजिल नामुमकिन नहीं है : कपिलदेव प्रसाद

विभिन्न विवरणों और आन्तरिक सन्दर्भों से पता चलता है कि नालन्दा में बौद्ध काल से ही बावन बूटी की परम्परा रही है। प्राचीन बौद्ध साहित्य …

बायें हाथ की कलाकारी !

वरिष्ठ कलाकार शैलेन्द्र कुमार अपने कलात्मक छायाचित्रों के लिए जाने जाते हैं। फोटोग्राफी, खासकर सुदूर अंचलों के नयनाभिराम दृश्यों से लेकर ऐतिहासिक धरोहरों को अपने …

मिथिला चित्रशैली की दुलारी

कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु की कहानी ‘भित्तिचित्र की मयूरी’ की मुख्य पात्र है फूलपत्ती यानी फूलपत्तिया। उसकी मां पनियां उर्फ पन्ना देवी मिथिला की परंपरागत भित्तिचित्रण …

कुँड़ुख पेंटिंग को नवजीवन देती – कलाकार सुमन्ती उराँव

लेखक, कवि, कलाकार एवं संस्कृतिकर्मी महादेव टोप्पो देश के उन चर्चित लोगों में शामिल हैं जो जमीन से जुड़े मुद्दों के लिए संघर्ष के लिए …