इतिहास की कलात्मक पुनर्व्याख्या करते आन्सेल्म किफ़र

‘बुद्धि का काम हमें सुनिश्चित करना होना चाहिए; वहीँ कला का काम है कि हमें अनिश्चित बनाये।’ ‘मेरे लिए खंडहर या मलबा एक शुरुआत है। …

कला की दुनिया से रूबरू कराती : मिट्टी की तरह मिट्टी

  “रूप मिट्टी में छुपे होते हैं जिन्हें आँखें तलाशती, देखती हैं और उँगलियाँ अपने कौशल से उस रूप को अवतरित होने में मदद करती …

भारतीय कला में सौंदर्य भावना

कला में सौंदर्य बोध और विचार पक्ष पर प्रकाश डालता राजकमल चौधरी का ‘भारतीय कला में सौंदर्य भावना ‘ शीर्षक आलेख ललित कला अकादमी, नयी …

कलाकार अखिलेश निगम: आकस्मिक रूपाकारों में जीवन की तलाश

डॉ. मंजुला चतुर्वेदी प्रख्यात कलाविद, कवयित्री और कला शिक्षाविद् हैं। वे ललित कला विभाग, काशी विद्यापीठ, वाराणसी (उ.प्र.) की पूर्व अध्यक्ष हैं। वाराणसी में रहती …