अजितानन्द की कलम से विजय सिंह : मूर्त-अमूर्त और अध्यात्म का समीकरण Posted onOctober 15, 2020October 26, 2020 अपने अजित दूबे जी की विशेष पहचान यूँ तो एक छापा कलाकार व प्राध्यापक की रही है, किन्तु यहाँ वे उपस्थित हैं अजितानन्द के रूप …