पटना में छापा कला की अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी : 1

अपने निर्माण के बाद से बिहार म्यूजियम, पटना ने अपनी कला विषयक गतिविधियों के माध्यम से स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य वैश्विक कला …

हिंदू और बौद्ध प्रतीकों, मिथकों और छवियों से मोहाविष्ट प्रदर्शनी

मौजूदा कला लेखन की बात करें तो जो थोड़े से नाम इस विधा में नियमित तौर पर सक्रिय हैं उनमें से एक महत्वपूर्ण नाम हैं …

‘टुगेदर वी आर्ट’ : मनुष्य और पर्यावरण के बीच रागात्मक संबंध की तलाश का नाम (अंतिम भाग)

मौजूदा कला लेखन की बात करें तो जो थोड़े से नाम इस विधा में नियमित तौर पर सक्रिय हैं उनमें से एक महत्वपूर्ण नाम हैं …

‘टुगेदर वी आर्ट’ : जी -20 देशों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी (भाग-1)

7 अगस्त से 7 अक्तुबर तक चले इस प्रदर्शनी में 29 देशों के अलावा भारतीय कलाकारों ने भी हिस्सा लिया बिहार के मौजूदा कला लेखन …

अपनी कला भाषा की जद्दोजहद में युवा कलाकार

पटना में ‘इमेजिनेटिव’ संस्था द्वारा पांच दिवसीय समूह प्रदर्शनी का आयोजन अनीश अंकुर मूलतः संस्कृतिकर्मी हैं, किन्तु अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी …

जतीन दास : गतिमान रेखाओं से मनोदशाओं का अंकन

अनीश अंकुर मूलतः संस्कृतिकर्मी हैं, किन्तु अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी जाने-पहचाने जाते हैं। उनके नियमित लेखन में राजनीति से लेकर समाज, …

बुद्ध के जीवन में शांति व रौशनी की तलाश करते संजय कुमार

अनीश अंकुर एक ऐसे संस्कृतिकर्मी हैं, जो अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी जाने-पहचाने जाते हैं। उनके नियमित लेखन में राजनीति से लेकर …

विविधता से भरा युवाओं का प्रयोगात्मक कला संसार

अनीश अंकुर मूलतः संस्कृतिकर्मी हैं, किन्तु अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी जाने-पहचाने जाते हैं। उनके नियमित लेखन में राजनीति से लेकर समाज, …

कला जगत में एक परिघटना का नाम है रजत घोष

अनीश अंकुर मूलतः संस्कृतिकर्मी हैं, किन्तु अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी जाने-पहचाने जाते हैं। उनके नियमित लेखन में राजनीति से लेकर समाज, …