आँसुओं के साथ रंगों का सफर : ‘नायकत्व’ का लोक पक्ष

  डॉ. आनन्द बिहारी संपादक, सत्राची, त्रैमासिक शोध पत्रिका, पटना  भारत में नायकत्‍व की अवधारणा में लोकतत्‍व सदा से उपेक्षित रहा है। राजतंत्र में इस …