भारतीय कला आलोचना का इतिहास एक जटिल, बहुआयामी और विचारशील यात्रा है, जो शास्त्रीय युग की सूक्ष्म सौंदर्य दृष्टियों से लेकर समकालीन समाज-सांस्कृतिक विमर्शों तक …
थॉमस मैकइविली की पुस्तक Art and Discontent: Theory at the Millennium छह गहन निबंधों का संग्रह है, जिसमें वे आधुनिकता की परंपरागत स्थापना—फ़ॉर्मलिज़्म—और उसके बाद …
The first and foremost question we must ask ourselves is whether art is a sacred practice—a sādhanā—or merely a means to reach the marketplace. There …
डॉ. हरिसिंह गौर सागर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रदर्शनकारी एवं ललित कला विभाग में शिवरात्रि के दिन से दो दिवसीय (26 -27 फ़रवरी 2025) राष्ट्रीय संगोष्ठी …