बात जब आप कला पर लिखने की सोचते हैं तो आप क्या सोचते हैं? Posted onAugust 20, 2023August 20, 2023 यूं तो बाबा कबीर सदियों पहले कह चुके हैं -“निंदक नियरे राखिये। लेकिन सच तो यह है कि निंदा या आलोचना शायद ही कोई सुनना …
समकालीन कलाकार रंगविकल्प’ द्वारा आयोजित चित्रप्रदर्शनी ‘संयम’ Posted onJanuary 14, 2021January 14, 2021 अनीश अंकुर मूलतः संस्कृतिकर्मी हैं, किन्तु अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी जाने जाते हैं। उनके नियमित लेखन में राजनीति से लेकर समाज, …