कोई भी व्यक्ति संस्कृतिविहीन नहीं हो सकता

इन दिनों बहुधा यह देखने को मिलता है कि किसी मनुष्य या मनुष्य समूह के किसी आचरण को हम तत्काल अपनी संस्कृति के अनुकूल या …