छवियों का असर तो अवचेतन में रहता ही है : ईवा मलहोत्रा

जयन्त सिंह तोमर उन चंद लोगों में से आते हैं, जो कला, साहित्य, रंगमंच से लेकर सांस्कृतिक और सामाजिक दुनिया में रमे रहते हैं I …

डॉ. सुनील विश्वकर्मा : रामलला के दिव्य – स्वरूप के परिकल्पक

डॉ. सुनील विश्वकर्मा ने रामलला के दिव्य स्वरूप की जिस कल्पना को रेखाओं में व्यक्त किया था उसी को अरुण योगीराज ने मूर्तरूप दिया था।‌ …

डॉ. हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर में राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

डॉ. हरिसिंह गौर सागर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रदर्शनकारी एवं ललित कला विभाग में शिवरात्रि के दिन से दो दिवसीय (26 -27 फ़रवरी 2025) राष्ट्रीय संगोष्ठी …

सिद्धार्थ जी का जाना कला – जगत की एक बड़ी क्षति

सिद्धार्थ टैगोर का आकस्मिक निधन कला जगत के लिए किसी बड़े आघात से कम नहीं है I वरिष्ठ कलाविद जयंत सिंह तोमर ने अपने फेसबुक …

पद्मश्री जोधैया बाई का जाना

चित्रकार जोधैया बाई पिछले साल अक्टूबर में एक चित्रकला शिविर में ग्वालियर आयी थीं। कला – मर्मज्ञ मुश्ताक खान के प्रयासों से। यह शिविर आईटीएम …

उस्ताद ज़ाकिर हुसेन

समकालीन मित्रों की बात करूँ तो जिन मित्रों ने अपनी लेखनी से हमेशा प्रभावित किया है उनमें से एक हैं जयन्त सिंह तोमर जी I …

व्यवस्था की बेहतरी के लिए जो लड़ेगा उसे अपमान सहना पड़ेगा – रघु ठाकुर

दिल्ली, 13 नवंबर। देश और दुनिया की व्यवस्था को बेहतर करने जो भी लड़ेगा उसे अपमान सहना ही पड़ेगा। सुप्रसिद्ध समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने …