पद्मश्री प्रोफेसर रणबीर सिंह बिष्ट (1928-1998)

जन्मतिथि पर विशेष (4 अक्टूबर, 1928-1998) यह आम अवधारणा है कि किसी भी कलाकार के कृतित्व का सही मूल्यांकन समय ही करता है। कितने ही …

आचार्य मदनलाल नागर के जन्मशती वर्ष में एक पुनरावलोकन

साधारण से असाधारण की ओर जीवनपरयंत अग्रसर रहे कलासाधक आचार्य मदनलाल नागर की जन्मशती वर्ष में उनकी स्मृतियों का स्मरण करते हुए उनके सृजन काल …

कलागुरू नित्यानंद महापात्रा जी के लीनोकट…

अनेक कलाकार जीवन भर कला साधना में अपना सर्वस्व समर्पित कर देते हैं किन्तु उनके जाने के बाद रह जातीं है शेष केवल स्मृतियाँ। उत्तर …

मुहम्मद हनीफ : मिट्टी में जीवन खोजते यथार्थवादी मूर्तिकार…

अत्यंत शांत, सौहार्द्र और सहिष्णु व्यक्तित्व के कलाकार हनीफ साहब को लगता है वख्त ने जैसे भुला ही दिया। यथार्थवादी शिल्पकार और संगतराश हिरण्मय राय …

बीते दिनों की कुछ यादें: लखनऊ सन् 1957-58.

 मेरे फोटो एलबम से… प्रो. जयकृष्ण अग्रवाल जी उन वरिष्ठ कलाकारों में से हैं, जो लगभग नियमित तौर पर सोशल मिडिया पर सक्रिय रहते हैं। …