कला दीर्घा कला जगत में एक परिघटना का नाम है रजत घोष Posted onJanuary 3, 2023March 13, 2023 अनीश अंकुर मूलतः संस्कृतिकर्मी हैं, किन्तु अपनी राजनैतिक व सामाजिक अभिव्यक्ति के लिए भी जाने-पहचाने जाते हैं। उनके नियमित लेखन में राजनीति से लेकर समाज, …
अजितानन्द की कलम से जीवित परम्परा का नवीनीकरण Posted onOctober 21, 2020October 26, 2020 मैं पटना यूनिवर्सिटी के सामने से गुजर रहा था कि देखा, एक घर के ऊपर साइनबोर्ड लगा है “कलाकार रजत घोष”। सोचा क्यों न चलकर …