“मैपिंग ऑफ द आर्काइव्स इन इंडिया” पुस्तक पर चर्चा का आयोजन

अतीत को पुनर्जीवित करने में अभिलेखागारों की महत्त्वपूर्ण भूमिकाः पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के कला निधि प्रभाग द्वारा 23 नवंबर …

हमारे गांधी : प्रचलित छवियों में नए अर्थ तलाशने की कोशिश

मौजूदा कला लेखन की बात करें तो जो थोड़े से नाम इस विधा में नियमित तौर पर सक्रिय हैं उनमें से एक महत्वपूर्ण नाम हैं …

‘टुगेदर वी आर्ट’ : मनुष्य और पर्यावरण के बीच रागात्मक संबंध की तलाश का नाम (अंतिम भाग)

मौजूदा कला लेखन की बात करें तो जो थोड़े से नाम इस विधा में नियमित तौर पर सक्रिय हैं उनमें से एक महत्वपूर्ण नाम हैं …

प्रकृति से मानव संबंधों की उष्मा को जीवित रखते चित्र

प्रकृति के प्रति अति संवेदनशील चित्रकार किशोर कुमार कहते हैं कि आज के समय में प्राकृतिक रूप से सबसे अधिक प्रकृति को सुरक्षित करने का …

‘टुगेदर वी आर्ट’ : विभिन्न संस्कृतियों और कला परंपराओं से परिचित कराती प्रदर्शनी (भाग-2)

बिहार संग्रहालय में सम्पन्न हुआ जी-20 देशों की प्रदर्शनी बिहार के मौजूदा कला लेखन की बात करें तो जो थोड़े से नाम इस विधा में …

‘टुगेदर वी आर्ट’ : जी -20 देशों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी (भाग-1)

7 अगस्त से 7 अक्तुबर तक चले इस प्रदर्शनी में 29 देशों के अलावा भारतीय कलाकारों ने भी हिस्सा लिया बिहार के मौजूदा कला लेखन …

प्रख्यात वाश चित्रकार श्री राजेंद्र प्रसाद के 65 वें जन्मदिन पर विशेष

वर्तमान में लखनऊ में रहते हुए भारतीय कला जगत में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। राजेन्द्र प्रसाद का आधुनिक कला जगत में एक महत्वपूर्ण स्थान …